“अब सुनाये कोई वही आवाज़”, कितना अखरेगा ओम प्रभाकर का जाना…
शाम के साहिल से उठकर चल दिये दिन समेटा, रात के घर चल दिये.. पहले हिन्दी और फिर उर्दू की कविता में अपना एक अनोखा हस्ताक्षर बनाने वाले महत्वपूर्ण 80 वर्षीय कवि श्री ओम प्रभाकर का निधन 23 फरवरी 2021 की शाम करीब 5.30 बजे हो गया. पिछले कुछ समय Continue Reading